यूँ बेवक़्त बरसता है ये मौसम, कह दो इसे मेरे यार ने अब कभी नहीं आना। यूँ बेवक़्त बरसता है ये मौसम, कह दो इसे मेरे यार ने अब कभी नहीं आना।
समंदर भी भरा होगा इंसानियत के मिटने पर। समंदर भी भरा होगा इंसानियत के मिटने पर।
मेरा वक्त नहीं है अभी यही सोचकर दर्द हल्का कर लेता हूँ अपने दिल का। मेरा वक्त नहीं है अभी यही सोचकर दर्द हल्का कर लेता हूँ अपने दिल का।
चेहरे की तस्वीर ने ये बात बताई है । चेहरे की तस्वीर ने ये बात बताई है ।
मेरे साथ कुछ भी न था जो देखा पीछे मुड़के। मेरे साथ कुछ भी न था जो देखा पीछे मुड़के।
बाहर से खुश, दुखी हूँ अंदर। लगता है, है मुझमें कहीं एक जोकर। बाहर से खुश, दुखी हूँ अंदर। लगता है, है मुझमें कहीं एक जोकर।